जबलपुर में 4 संक्रमित मिले, विदेश से लौटने की जानकारी छिपाने पर केस दर्ज; नरसिंहपुर 14 और जबलपुर-सिवनी 2 दिन के लिए लॉकडाउन

मध्य प्रदेश के जबलपुर में शुक्रवार को कोरोनावायरस के 4 संक्रमित मिले। इनमें सराफा व्यापारी और उनके परिवार के 2 लोग शामिल हैं, जो हाल ही में दुबई से मुंबई आए थे। रेल मंत्रालय के मुताबिक, तीनों लोग मुबंई एयरपोर्ट पहुंचने के बाद गोदान एक्सप्रेस से जबलपुर लौटे थे। विदेश यात्रा की जानकारी छिपाने के आरोप में इनके खिलाफ शनिवार को केस दर्ज किया गया। इसके अलावा चौथा मरीज स्विट्जरलैंड से लौटा है। सभी मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।


जबलपुर में पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड में है। जबलपुर और इससे सटे सिवनी जिले को एहतियातन 2 दिन के लिए लॉकडाउन कर दिया है। वहीं, नरसिंहपुर भी 14 दिन यानी 5 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। सतना में उत्तर प्रदेश से लगी सीमा सील की गई है। चारों जिलों में उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जाएगा, जो यहां के मूल निवासी हैं। अधिकारी उन लोगों की सूची तैयार करने में जुटे हैं, जो कोरोना मरीजों के संपर्क में आए हैं। वहीं, 18 मार्च को दुबई से शिवपुरी लौटे एक व्यक्ति की स्क्रीनिंग कराई गई है। वह सर्दी और खांसी से पीड़ित है।


मध्य प्रदेश के शहरों का हाल


भोपाल: राजधानी में भी लॉकडाउन जैसी स्थिति है। रविवार को जनता कर्फ्यू से पहले शहर के सभी मॉल में जरूरी चीजों की खरीदारी के लिए 50 से ज्यादा लोगों की एंट्री पर बैन लगाया गया है। स्क्रीनिंग के साथ ही टोकन देकर ही अंदर जाने दिया जा रहा है। इससे पहले भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने शहर के सभी रेस्तरां, भोजनालय, ढाबे, पब, अहाते, सड़क किनारे खाने-पीने की दुकानें शुक्रवार रात से अगले आदेश तक बंद करने के निर्देश दिए थे।


जबलपुर: जबलपुर और सिवनी में 21 मार्च दोपहर 12 बजे से 23 मार्च सुबह 6 बजे तक के लिए लॉकडाउन किया गया। इसके तहत किसी भी व्यक्ति को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी। जिले की सभी सीमाएं सील की गईं हैं। किसी भी माध्यम सड़क, रेल से बाहरी लोगों के आवागमन पर रोक है। जिले के नागरिकों पर भी इसी तरह का प्रतिबंध है। शासकीय, अर्द्धशासकीय कार्यालय बंद किए गए हैं। अत्यावश्यक सेवा वाले विभाग राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस, विद्युत, दूरसंचार, नगरपालिका, पंचायत आदि इससे मुक्त रहेंगे। मेडिकल स्टोर और हॉस्पिटल को छोड़कर अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। पुलिस ने सफारा व्यापारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि व्यापारी की लापरवाही की वजह से परिवार के अन्य लोग संक्रमित हुए। शहर के लोगों की भी जान जोखिम में डाली।